हिमाचल: यस बैंक में फंसे स्मार्ट सिटी के 179 करोड़, परियोजनाओं पर संकट के बादल

यस बैंक पर आरबीआई के प्रतिबंधों से स्मार्ट सिटी धर्मशाला में करोड़ों की परियोजनाओं पर खतरे के बादल मंडरा गए हैं। बैंक में चल रहे घाटे के कारण ग्राहकों में तनाव का माहौल है। वहीं, दूसरी ओर स्मार्ट सिटी धर्मशाला का यस बैंक में करीब 80 फीसदी पैसा जमा है। इस बैंक में स्मार्ट सिटी कंपनी के 179 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं। 


भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के अनुसार बैंक के ग्राहक एक महीने में केवल 50 हजार रुपये तक ही निकाल सकते हैं। स्मार्ट सिटी में करोड़ों रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं। बैंक में स्मार्ट सिटी कंपनी के करीब 160 करोड़ रुपये फंसे होने के चलते बड़े विकास कार्य करना संभव होना मुश्किल है। बैंक से पैसे निकालने की सीमा 50 हजार तक होने से स्मार्ट सिटी का एक भी कार्य पूरा नहीं हो पाएगा।

इसके चलते स्मार्ट सिटी के कार्यालय में भी तनाव को माहौल बना हुआ है। 
स्मार्ट सिटी के आईसीआईसीआई, पंजाब नेशनल, एक्सिस, इंडसइंड बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी पांच खाते हैं। इसमें उनका 20 फीसदी पैसा ही जमा है। यह पैसा बड़े-छोटे कार्य करना के लिए पूरा नहीं है। बिना पैसे के कोई भी कार्य करना बड़ा मुश्किल है। 

घबराने की जरूरत नहीं
डरने की कोई बात नहीं है। स्मार्ट सिटी के पांच अन्य बैंकों में भी खाते हैं। इसमें स्मार्ट सिटी का 20 फीसदी पैसा जमा है। अभी तक तो पैसों के लेनदेन में कोई परेशानी नहीं आई है। आगामी कार्यों के लिए भी स्मार्ट सिटी के पास पर्याप्त पैसे हैं। इस तरह की परेशानियों से निपटने के लिए स्मार्ट सिटी पूरी तरह से तैयार है। -प्रदीप ठाकुर, सीईओ स्मार्ट सिटी