दिल्ली के जाफराबाद में रविवार सुबह से ही उपद्रव कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस लगी रही। सोमवार की सुबह करीब 9 बजे के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू कर दिए। इसके जवाब में उपद्रवियों ने घरों में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी।
उपद्रवी भीड़ ने घरों में घुसकर एक पक्ष के लोगों को पीटना शुरू कर दिया। वो करीब चार घंटे तक घरों पर पत्थर बरसते रहे और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी देखती रही। पुलिस के इस रुख को देखकर उपद्रवियों से जान बचाने के लिए लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर थे।
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास उपद्रवियों ने सीएए-एनआरसी के विरोध में जमकर कई घंटों तक उपद्रव मचाया। पुलिस एक तरफ उपद्रवियों को खदेड़ रही थी तो दूसरी तरफ से उपद्रवी पथराव शुरू कर दे रहे थे। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ही कई दुकानों में आग लगाने के साथ सैकड़ों घरों के शीशे तोड़ दिए गए।
पुलिस की ओर से रह-रह कर डंडा फटकारा जा रहा था, लेकिन उपद्रवी घरों पर पथराव करते रहे। इस दौरान उपद्रवियों ने 6 से अधिक लोगों को पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। उपद्रवियों ने लोगों को इतना पीटा कि वो अधमरे से हो गए। मौके पर घायलों को किसी तरह की सुविधा भी नहीं मिल पाई।
पुलिस ने उन्हें भीड़ में आने के कारण डांट लगाई और उसी हालत में छोड़ दिया। उपद्रवियों के आगे काफी समय तक पुलिस भी मौन दिखी। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने दुकान का ताला तोड़कर लूटपाट का भी प्रयास किया। करीब छह-सात घंटे तक उपद्रव जारी रहा, जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद राजधानी के 10 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।